WHAT IS ELECTION

WHAT IS ELECTION

A formal and organized choice by vote of a person for a political office or other position.


Image result for ELECTION IN INDIA


चुनाव या निर्वाचन (election), लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसके द्वारा जनता (लोग) अपने प्रतिनिधियों को चुनती है।


Image result for ELECTION IN INDIA


भारतीय लोकतंत्र की चुनाव प्रक्रिया


भारतीय लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया के अलग-अलग स्तर हैं लेकिन मुख्य तौर पर संविधान में पूरे देश के लिए एक लोकसभा तथा पृथक-पृथक राज्यों के लिए अलग विधानसभा का प्रावधान है।
भारतीय संविधान के भाग 15 में अनुच्छेद 324 से अनुच्छेद 329 तक निर्वाचन की व्याख्या की गई है। अनुच्छेद 324 निर्वाचनों का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण का निर्वाचन आयोग में निहित होना बताता है। संविधान ने अनुच्छेद 324 में ही निर्वाचन आयोग को चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी है। 1989 तक निर्वाचन आयोग केवल एक सदस्यीय संगठन था लेकिन 16 अक्टूबर 1989 को एक राष्ट्रपती अधिसूचना के द्वारा दो और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति की गई।

पहले आम चुनाव की कहानी... V/S अब के चुनाव

पहले आम चुनाव की कहानी...  V/S अब के चुनाव

आज हम अपनी चुनाव प्रणाली और लोकतंत्र की चाहे जितनी खामियां निकालें, लेकिन जब अतीत में लौटकर विचार करते हैं तो इसे अविश्वसनीय उपलब्धि के रूप में पाते हैं। हम अपनी सरकार खुद चुन सकते हैं, यह भाव तब रोमांच पैदा करने वाला रहा होगा। वास्तव में आजादी के बाद हमारा पहला आम चुनाव इसी रोमांचकता के सामूहिक मनोविज्ञान मे संपन्न हुआ था। उस समय के समाचारों, नेताओं के भाषणों आदि को देखें तो इस मनोविज्ञान का अहसास हो जाएगा।

नवस्वतंत्र देश का लोकतंत्रीकरण यानी पूरा उत्सव का माहौल! खुदमुख्तारी के भाव से सराबोर समूचा भारतीय समाज मानो अंग्रेजों को झुठलाने तथा दुनिया को लोकतंत्र के लिए अपनी काबिलियत साबित कर रहा हो। वह समाज जिसे अंग्रेजों ने ऐसा समाज कहा था जो लोकतंत्र को न पचा पाएगा, न इसे संभालकर आगे बढ़ा पाएगा। लोकसभा की 497 तथा राज्य विधानसभाओं की 3283 सीटों के लिए भारत के 17 करोड़ 32 लाख 12 हजार 343 मतदाताओं का निबंधन हुआ। इनमें से 10 करोड़ 59 लाख लोगों ने, जिनमें करीब 85 फीसद निरक्षर थे, अपने जनप्रतिनिधियों का चुनाव करके पूरे विश्व को आश्चर्य में डाल दिया। 

25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक यानी करीब चार महीने चली उस चुनाव प्रक्रिया ने भारत को एक नए मुकाम पर लाकर खड़ा किया। यह अंग्रेजों द्वारा लूटा-पीटा, अनपढ़ बनाया गया कंगाल देश जरूर था, लेकिन इसके बावजूद इसने स्वयं को विश्व के घोषित लोकतांत्रिक देशों की कतार में खड़ा कर दिया।
Image result for ELECTION IN INDIA

































अब के चुनाव मे क्या अलग हे आप मुझे कमेंट करो क्या हे अलग अब 







































आज आकाश में नजर आएगा टूटते हुए तारों का शानदार नजारा

आज आकाश में नजर आएगा टूटते हुए तारों का शानदार नजारा



Image result for आज आकाश में नजर आएगा टूटते हुए तारों का शानदार नजारा


आज यानी 13 दिसंबर को टूटते सितारों की बारिश होने वाली है. इसे जेमिनिड मीटियोर शॉवर (Geminid Meteor Shower ) कहा जाता है.

कैसे होती है ये उल्कावृष्टि


दिसंबर में पृथ्वी का रास्ता, 3200 'फैथॉन' एस्टरॉयड के रास्ते को काटता है. इस एस्टरॉयड का कभी पहले किसी वस्तु से टकराव हुआ था, जिसके कारण इसके कण पृथ्वी के रास्ते के इस मोड़ पर मौजूद होते हैं.
Related image

कैसे देख सकते हैं ये नजारा?
Image result for आज आकाश में नजर आएगा टूटते हुए तारों का शानदार नजारा
जो लोग इस नजारे को देखना चाहते हैं उन्हें शहर से दूर किसी खुली जगह पर जाना होगा. इसमें खास बात ये है कि आपको इस नजारे को देखने के लिए किसी टेलीस्कोप और बायनोकुलर की जरूरत नहीं होगी. अगर मौसम साफ रहा तो आप इस नजारे को आसानी से देख सकेंगे.
उल्कापात या मीटियोर की ये बारिश सालना प्रक्रिया है. यह हर साल दिसंबर में होती है. इस साल ये नजारा 13 दिसंबर को लगभग दुनिया के हर कौने में नजर आएगा

lucky laxman


आखिर क्‍यों सजाया जाता है क्र‍िसमस ट्री, ये हैं मान्‍यताएं

आखिर क्‍यों सजाया जाता है क्र‍िसमस ट्री, ये हैं मान्‍यताएं


क्रिसमस ट्री के बारे में एक कथा बताई जाती है कि एक बूढ़ी औरत अपने घर देवदार के वृक्ष की एक शाखा ले आई और उसे घर में लगा दिया। लेकिन उस पर मकड़ी ने अपने जाले बना लिए। और जब प्रभु यीशु का जन्म हुआ था, तब वे जाले सोने के तार में बदल गए थे। 


Image result for christmas tree india

सांता क्लॉस और अन्य तोहफे लाने वाले



के दौरान थॉमस नस्त के 'पहले सांता क्लॉस का कार्टूनहार्पर'स वीकली, 1863 में पहली बार
उपहार सांता क्लॉस हाथों बांटे गए।
पश्चिमी संस्कृति से उभरा हुआ, जहाँ छुट्टी का मतलब दोस्तों और रिश्तेदारों में उपहार लेना देना होता है वहां कुछ उपहार सांता क्लॉस के छवि से मिलते हैं (इहे और भी नामो से जाना जाता है क्रिसमस के पिता सेंट निकोलस या सेंट निलोलास, सिन्तेर्क्लास क्रिस क्रिंगले, पेरे नोएल, जौलुपुक्की बब्बो नाताले, वेइहनक्ट्समन कैसरिया के बेसिल और डेड मोरोज़ (पिता फ्रॉस्ट)
सांता क्लॉस की लोकप्रिय छवि को जर्मन मूल के अमेरिकी कार्टूनिस्ट थॉमस नस्ट (1840-1902) के द्वारा बनाया गया, जो हर साल एक नई छवि को बनाते थे, 1863 से शुरू.१८८० तक, नस्त जिसे अब हम संता कहते हैं उसके पहचान बनी छवि को 1920 के दशक में विज्ञापनदाताओं के द्वारा मानकीकृत किया 








क्रिसमस का अर्थशास्त्र




एक अर्थशास्त्री के विश्लेषण के अनुसार रूढ़िवादी मिक्रोएकोनोमिक सिद्धांत (microeconomic theory), उपहार में वृद्धि-देने के कारण.क्रिसमस एक डेथवेट लॉस (deadweight loss) इस नुकसान की गणना उपहार देने और उपहार लेने के बीच के खर्च को जोड़ कर होता है ऐसा लगता है कि 2001 में क्रिसमस अमेरिका में अकेले एक 4 अरब डॉलर डेडवेट की हानी की वजह था। पेचीदा कारकों की वजह से, इस विश्लेषण का प्रयोग कभी कभी वर्तमान मिक्रोइकनॉमिक सिद्धांत में संभव दोषों की चर्चा करने के लिए किया जाता है। अन्य डेडवेट हानियों me शामिल हैं क्रिसमस के प्रभावों पर्यावरण और इस तथ्य पर कि उपहार अक्सर सफ़ेद हाथी की रखरखाव और भंडारण और अव्यवस्था में योगदान करने के लिए अधिरोपित करने की लागत, माना जाता है

भारत में भ्रष्टाचार

भारत में भ्रष्टाचार




Image result for भारत में भ्रष्टाचार


भारत में भ्रष्टाचार चर्चा और आन्दोलनों का एक प्रमुख विषय रहा है। आजादी के एक दशक बाद से ही भारत भ्रष्टाचार के दलदल में धंसा नजर आने लगा था और उस समय संसद में इस बात पर बहस भी होती थी। 21 दिसम्बर 1963 को भारत में भ्रष्टाचार के खात्मे पर संसद में हुई बहस में डॉ राममनोहर लोहिया ने जो भाषण दिया था वह आज भी प्रासंगिक है। उस वक्त डॉ लोहिया ने कहा था सिंहासन और व्यापार के बीच संबंध भारत में जितना दूषित, भ्रष्ट और बेईमान हो गया है उतना दुनिया के इतिहास में कहीं नहीं हुआ है।




वन्दे मातरम का इतिहास

  • वंदे मातरम् का अंग्रेजी अनुवाद सबसे पहले अरविंद घोष ने किया।
  • दिसम्बर १९०५ में कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में गीत को राष्ट्रगीत का दर्जा प्रदान किया गया, बंग भंग आंदोलन में ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रीय नारा बना।
    • १९०६ में ‘वंदे मातरम’ देव नागरी लिपि में प्रस्तुत किया गया, कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर ने इसका संशोधित रूप प्रस्तुत किया।
    • १९२३ कांग्रेस अधिवेशन में वंदे मातरम् के विरोध में स्वर उठे।
    • पं॰ नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम अजाद, सुभाष चंद्र बोस और आचार्य नरेन्द्र देव की समिति ने २८ अक्टूबर १९३७ को कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में पेश अपनी रिपोर्ट में इस राष्ट्रगीत के गायन को अनिवार्य बाध्यता से मुक्त रखते हुए कहा था कि इस गीत के शुरुआती दो पैरे ही प्रासंगिक है, इस समिति का मार्गदर्शन रवीन्द्र नाथ टैगोर ने किया।
    • १४ अगस्त १९४७ की रात्रि में संविधान सभा की पहली बैठक का प्रारंभ ‘वंदे मातरम’ के साथ और समापन ‘जन गण मन..’ के साथ..।
    • १९५० ‘वंदे मातरम’ राष्ट्रीय गीत और ‘जन गण मन’ राष्ट्रीय गान बना।
    • २००२ बी.बी.सी. के एक सर्वेक्षण के अनुसार ‘वंदे मातरम्’ विश्व का दूसरा सर्वाधिक लोकप्रिय गीत।
Image result for वन्दे मातरम का इतिहास

आनन्द मठ बांग्ला भाषा का एक उपन्यास है जिसकी रचना बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय ने १८८२ में की थी। इस कृति का भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम और स्वतन्त्रता के क्रान्तिकारियों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् इसी उपन्यास से लिया गया है।
आनंदमठ राजनीतिक उपन्यास है। इस उपन्यास में उत्तर बंगाल में 1773 के सन्यासी विद्रोहका वर्णन किया गया है। इस पुस्तक में देशभक्ति की भावना है।

Image result for वन्दे मातरम का इतिहास



वंदे मातरम्

#Me too सही या बुरा




GOOD FOR HUMAN

ये एक ऐसा तूफान है जो इंसान को इंसान बनता है 

और शैतान अपने साथ बहा कर ले जाता है 

पर जैसा की हम सब जानते हे की भारत में कहा जाता हे की 100 गुनहगार भले ही छूट जाये पर 1 बेगुनाह को सजा नहीं हो 



आवज़ उठाना चाहिए पर हम सबको ये भी ध्यान भी रखना चाहिए की कीसी बेगुनाह को सजा न मिलनी  चाहिए हिंदुस्तान में ये इतिहास हे जो महिलाय बेबाक होकर बोल रही है 
अपने ऊपर हुए अत्याचार के ऊपर 





में सभी महिलाओ का सपोर्ट करता हु 
पर 



में उन पुरुषो को भी सलाह देता हु 
कि यदि आपने कोई ऐसा अपराध किया हे तो उसे मन कर 

अपने अंदर सुधार लाओ और कोई भी girl हो उसे सम्मान दो 

WHAT IS ELECTION

WHAT IS ELECTION A formal and organized choice by vote of a person for a political office or other position . चुनाव  या निर्वाचन (e...